Kahani or upanyas mein antar

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कहानी और उपन्यास में अंतर || Kahani or upanyas mein antar 


नमस्कार दोस्तों आज की इस आर्टिकल में हम ना बात करने वाले हैं कहानी और उपन्यास में अंतर, इसके अलावा भी हम अन्य कई प्रश्नों के उत्तर भी देखने वाले हैं जैसे उपन्यास किसे कहते हैं? कहानी किसे कहते हैं? कहानी और उपन्यास में चार अंतर।


इन सभी प्रश्नों के उत्तर आपको आज के ऐसे पोस्ट में देखने को मिल जाएंगे तो इस पोस्ट को आप अंत तक जरूर पढ़ें।


कहानी और उपन्यास में अंतर

उपन्यास किसे कहते हैं?

उपन्यास शब्द 'उप' उपसर्ग और 'न्यास' इन दो पदों के योग से बना है। इन दोनों पदों के योग से ही उपन्यास शब्द बनता है। जिसका अर्थ निम्न होता है - उप + न्यास = सामने रखी हुई वस्तु जिसे पढ़कर ऐसा प्रतीत हो कि यह हमारी ही कहानी हो, हमारे ही शब्दों में लिखी हुई।

अर्थात

" वह वस्तु या आकृति जिसको पढ़ कर पाठक को ऐसा लगे कि यह उसी की है, उसी के जीवन की कथा, उसी की भाषा में कहीं गई है।"

उपन्यास मनुष्य जीवन में की काल्पनिक कथा होती है। 


उपन्यास को मुंशी प्रेमचंद्र जी ने "मानव चरित्र का चित्र कहा है"

उपन्यास में मनुष्य के आसपास के वातावरण दृश्य और नायक आदि सभी उस उपन्यास में मौजूद होते हैं। उपन्यास में मानव जीवन के चित्र का भवन निकट रखा गया होता है और उसके बाद उस नायक के जीवन का चित्र एक कागज पर उतारा जाता है। मानव चरित्र पर प्रकाश डालना और उसके रहस्यों को खोलना ही उपन्यास का मूल तत्व है।  उपन्यास को मध्यमवर्गीय जीवन का महाकाव्य भी कहा गया है।



उपन्यास का अर्थ

जैसा कि हम ऊपर जान चुके हैं कि उपन्यास दो शब्द उप + न्यास से मिलकर बना है। उपन्यास शब्द में 'अस' धातु होती है। 'नि' उपसर्ग से 'न्यास' शब्द बनता है। 'उप' का अर्थ होता है 'समीप' और 'न्यास' का अर्थ होता है 'धरोहर' उपन्यास उसी समय से शुरू हो गया था जब व्यक्तियों ने आपस में अपनेपन की भावना से विचार विनिमय करना शुरू किया था। 


उपन्यास की परिभाषा

मुंशी प्रेमचंद के अनुसार, "उपन्यास मानव चरित्र का एक चित्र है। मानव चरित्र पर प्रकाश डालना और उसके रहस्यों को खोलना ही उपन्यास का मूल तत्व है।"


कहानी किसे कहते हैं? 

कहानी गद्य साहित्य की सबसे अधिक रोचक एवं लोकप्रिय विद्या है,कहानी जीवन के किसी विशेष पक्ष का मार्मिक, भावनात्मक और कलात्मक वर्णन करती है। "कहानी हिंदी गद्य की वह विद्या है जिसके अंदर लेखाकर किसी घटना, पात्र अथवा समस्या का क्रमबद्ध ब्यौरा देता है, जिसे पढ़कर एक समन्वित प्रभाव उत्पन्न होता है, उसे कहानी कहते हैं।


कहानी और उपन्यास में अंतर


कहानी

उपन्यास

1. कहानी में मानव जीवन के किसी एक घटना का वर्णन होता है।

उपन्यास में मानव जीवन का संपूर्ण चित्रण होता है।

2. कहानी किसी एक घटना के ही चारों ओर घूमती है।

उपन्यास में मुख्य कथा के साथ-साथ गौण और प्रसांगिक कथाएं भी होती हैं।

3. कहानी का क्षेत्र सीमित होता है।

उपन्यास का क्षेत्र व्यापक होता है।

4. कहानी में किसी एक ही पात्र या चरित्र की जीवन की किसी खास घटना का वर्णन होता है।

उपन्यास में विविध पात्र व चरित्र पाए जाते हैं।

5. कहानी ही कम समय में पूर्ण हो जाती है।

उपन्यास को पढ़ने में समय लगता है।


 



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