Class 12th Biology important question for board exam 2021

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Class 12th Biology important question for board exam 2021

 नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका आज की एक और नई पोस्ट पर इस पोस्ट में आपको देखने को मिलने वाला है कक्षा 12वीं के जीव विज्ञान के बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण प्रश्न जो आप की बोर्ड परीक्षा के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है अगर आप इन क्वेश्चंस को याद कर लेते हैं तो आप बोर्ड एग्जाम में काफी अच्छे मार्क्स जो है लेकर आ सकते हैं।



Biology important question

दोस्तों बोर्ड परीक्षा में अच्छे नंबर लाना तो सभी चाहते हैं लेकिन सभी लोग इस काम में सफल नहीं हो पाते हैं केवल कुछ ही गिने चुने लोग ही ऐसे में सफलता प्राप्त कर पाते हैं और वह अपना और अपने माता-पिता का अपने गुरुजन सबका नाम रोशन करते हैं ऐसे नहीं उन सभी छात्रों पर हम सब को गर्व होता है और हर बच्चा चाहता है कि वह भी ऐसा कार्य करें जिससे उस पर सबको गर्व लेकिन हर एक बच्चा यह कार्य नहीं कर सकता है पर जो जो गिने-चुने बच्चे होते हैं वह कुछ अलग से नहीं होते हैं वह भी हमारी तरह एक सामान्य व्यक्ति ही होते हैं लेकिन उनका जो पढ़ने का तरीका होता है वह थोड़ा अलग होता है। ज्यादातर जितने भी बच्चे बोर्ड परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किए हैं उन्होंने बताया है कि वह किस प्रकार से तैयारी किया करते थे वह ज्यादातर इंपोर्टेंट क्वेश्चंस को पढ़ा करते थे और सभी सब्जेक्ट को बराबर टाइम दिया करते थे तो आज के से इस पोस्ट में मैं आपको जीव विज्ञान के बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण प्रश्न बताने वाला हूं जो आप की बोर्ड परीक्षा के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है अगर आप जो इसी तरह से तैयारी करेंगे। आपको अच्छे मार्क्स लाने के लिए ओल्ड पेपर और साथ में जो मॉडल पेपर होते हैं उनको भी पढ़ते रहना होगा तो अब आप इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े -

जीवविज्ञान महत्वपूर्ण प्रश्न बोर्ड परीक्षा 2021 के लिए

प्रश्न :- स्व-परागण और पर-परागण में अंतर लिखिए।

उत्तर :- स्व-परागण और पर-परागण में निम्न अंतर है -


स्व-परागण

पर-परागण

1.पराग कणों का किसी पुष्प के परागकोष से उसी पुष्प की वर्तिकाग्र या उसी पौधे पर स्थित किसी अन्य पुष्प के वर्तिकाग्र तक स्थानांतरण स्वपरागण कहलाता है।

पराग कणों का किसी पुष्प के परागकोष से उसी प्रजाति के किसी अन्य पौधे पर स्थित पुष्प के वर्तिकाग्र तक स्थानांतरण पर परागण कहलाता है

2.यह समयुग्मजता बढ़ाता है।

यह  विषमयुग्मजता व विभिन्नताओं को जन्म देता है। यह जैव विकास हेतु आवश्यक है।

3.परागण कारकों पर सीमित निर्भरता होती है।

यह वायु, जल, कीट आदि जैसे परागणकर्ताओं पर ही निर्भर करता है।


प्रश्न :- एकबीजपत्री द्विबीजपत्री बीजों में अंतर स्पष्ट कीजिए।

उत्तर :- एकबीजपत्री द्विबीजपत्री बीजों में निम्न अंतर है-


एकबीजपत्री

द्विबीजपत्री

द्विबीजपत्री बीजों में केवल एक बीज पत्र होता है

द्विबीजपत्री बीजों में 220 पत्र पाए जाते हैं।

खाद्य पदार्थ का संचय प्रायः  भुर्णपोष में होता है।

खाद्य पदार्थ बीज पत्रों में या भ्रूणपोष में संग्रहित होता है।

भ्रूणपोष के बाहर की ओर प्रोटीन समृद्ध एल्यूरॉन पर्त पाई जाती है।

अल्यूरॉन पर्त का अभाव होता है।

भूर्ण बीज के एक ओर स्थित होता है।

भूर्ण बीज के बीचो-बीच में या पूरे बीच में फैला होता है


प्रश्न :- शुक्र जनन नलिका की संरचना का वर्णन कीजिए।

अथवा

मानव वृषण की अनुप्रस्थ काट का नामांकित चित्र बनाइए।


उत्तर :- प्रत्येक वृषण में अनेक वृषण पालियाँ(lobules)  पाई जाती हैं तथा प्रत्येक पाली में एक से तीन अतिकुंडलित  शुक्रजनन नलिकाएँ होती हैं। शुक्रजनन नलिका की आंतरिक सतह जननिक एपिथीलियम की बनी होती है। इस परत में अग्रलिखित दो प्रकार की कोशिकाएं पाई जाती हैं - 

शुक्र जनन नलिका की संरचना



 शुक्राणुजन कोशिकाएं (spermatogenic cells) जननिक कोशिकाएं, पोषण सरटोली कोशिकाएं(sertoli cells)।

              शुक्र जनन नलिका के बाहर की ओर संयोजी ऊतक का स्तर पाया जाता है। जननिक कोशिकाएं घनाकार होती हैं तथा शुक्रजनन नलिकाओं का अधिकांश भाग बनाती है। यही कोशिकाएं अर्धसूत्री विभाजन  द्वारा शुक्राणुओं का निर्माण करती हैं। अतः  शुक्रजनन नलिकाओं में शुक्रजनन कोशिकाओं से  शुक्राणु के बीच की अनेक मध्यवर्ती कोशिकाएं भी उपस्थित हो सकती हैं। 

      सरटोली कोशिकाएं पिरामिड के आकार की व बड़ी होती है। यह विकसित होते शुक्राणुओं को पोषण उपलब्ध कराती हैं।  नलिकाओं के बाहर के स्थान में (नलिकाओं के बीचों-बीच) अन्तः स्रावी कोशिकाएं  पाई जाती हैं।



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